राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की ओर से चार दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन टाउन हॉल में किया जा रहा है। मंगलवार को गंधर्व थिएटर जयपुर की ओर से क्रोएशियन नाटक 'कदा उमीरे ग्लूमाक' का हिंदी रूपांतरण प्रस्तुत किया गया। नाटक में कई भावपूर्ण दृश्यों ने दर्शकों का सोचने पर विवश कर दिया। नाटक में कलाकार की मौत कई सवाल छोड़ जाती है। आदमी जिन चीजों के पीछे भागता है, उससे खुशी नहीं मिलती। जब यह बात समझ में आती है तब तक देर हो जाती है और जिंदगी हाथ से निकल जाती है।
नाटक का कथानक मात्र दो कलाकारों के ऊपर ही टिका रहा। कलाकार के रूप में निर्देशक श्रीवास्तव स्वयं ने अक्षय का किरदार निभाया। महिला कलाकार ईरा की भूमिका सुष्मिता श्रीवास्तव ने निभाई। नाटक के माध्यम से ये दिखाया कि ईरा नाम की एक्ट्रेस प्रोफेशन है। वह फिल्मों और टेलीविजन में काम करती है और चर्चित कलाकार होती है। अक्षय नाम का अपरिपक्व कलाकार ईरा को फॉलो करता रहता है। जब दोनों का कॅरिअर ढलान की ओर होता है। इसी बीच एक वृद्धाश्रम के लिए एक चैरिटी शो करने का सोचते हैं और नाटक की तैयारी करते हैं। उसी बीच दोनों के बीच में गहराई से बातचीत होती और धीरे-धीरे एक दूसरे को समझते हैं और समझ के साथ प्रेम के भाव भी पनपने लगते हैं। एक्टर के मन के उन भावों को जानकर ईरा चकित रह जाती है। नाटक के माध्यम से व्यक्ति की उस सोच को दिखाया, जिसमें वह पैसा और लग्जरी लाइफ के पीछे भागता है और उन्हीं में अपनी खुशी समझता है, असली खुशी की वह अनदेखी कर लेता है। बुधवार को नाटक 'सफर' का मंचन होगा।
टाउन हॉल में नाटक के रूपांतरण का भावपूर्ण दृश्य।
पैसे के पीछे भागने में छूट जाती है जीवन की असली खुशी’